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पंथी हून मैं उस पथ का, अंत नही जिसका
आस मेरी है जिसकी दिशा, आधार मेरे मान का
सांगी साथी मेरे, आँधियारे उजियारे
मुझको राह दिखाएँ, पलच्चीं के फुलझारे
पथिक मेरे पाठ के सब तारे, और नीला आकाश
पंथी हून मैं उस पाठ का
इस पाठ पर देखे कितने, सुख दुख के मेले
फूल चुने कभी खुशियों के
कभी कातों से खेले, जाने कब तक चलना है
मुझे इस जीवन के साथ, पंथी हून मैं उस पथ का
आस मेरी है जिसकी दिशा, आधार मेरे मान का
सांगी साथी मेरे, आँधियारे उजियारे
मुझको राह दिखाएँ, पलच्चीं के फुलझारे
पथिक मेरे पाठ के सब तारे, और नीला आकाश
पंथी हून मैं उस पाठ का
इस पाठ पर देखे कितने, सुख दुख के मेले
फूल चुने कभी खुशियों के
कभी कातों से खेले, जाने कब तक चलना है
मुझे इस जीवन के साथ, पंथी हून मैं उस पथ का
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November 21, 2010 at 8:18:00 PM GMT+5:30
abhijeet bhai ... i have been listening to this immortal kishore number since childhood and used to get transported to a space which is so much like the visuals I see in this clip. kya kamaal ka visualization hai, mere bhai. love it.
November 21, 2010 at 8:19:00 PM GMT+5:30
hi ravindranath togoreanchi kavita ahe ka
November 21, 2010 at 8:19:00 PM GMT+5:30
Lovely sounds of nature plus!
November 21, 2010 at 8:19:00 PM GMT+5:30
Scenery Wow!
November 21, 2010 at 8:20:00 PM GMT+5:30
what is language yar but very god pic
November 21, 2010 at 8:46:00 PM GMT+5:30
Beautiful song, beautiful video.......... Kharach Mast ahe...
December 3, 2010 at 12:19:00 AM GMT+5:30
I like Abhijeet Dalvi`s posts in general and the Konkani songs in particular.
January 6, 2011 at 8:55:00 PM GMT+5:30
beautiful song.....one of the best of Kishore Kumar....
April 26, 2011 at 3:33:00 PM GMT+5:30
cheer up!