मेरा यार तो हिरा

याद पियाँ की आयें



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याद पिया की आए
कैसा था वो वादा कैसी निभा रही हो
तेरे बिन कैसे राहु मैं क्यूँ दूर्र जेया रही हो
कैसा था वो वादा कैसी निभा रही हो
तेरे बिन कैसे राहु मैं क्यूँ दूर्र जेया रही हो
याद पिया की आए
हमने तुमको जो दिया तुमने भुला दिया
तुमसे हुमको जो मिला यादों में बस गया
तुम वही हो मेरी जान हो वादा किया था मेरी रहोगी

तारों की झिलमिल चाँदनी रातें
लबों से लबों की वही मुलाक़ातें
तारों की झिलमिल चाँदनी रातें
लबों से लबों की वही मुलाक़ातें
सदियों से है पुरानी तेरी मेरी कहानी
याद करो तुम सजना तू है मेरी ज़िंदगानी
कैसा था वो वादा कैसी निभा रही हो
तेरे बिन कैसे राहु मैं क्यूँ दूर्र जेया रही हो
हमने तुमको जो दिया तुमने भुला दिया
तुमसे हुमको जो मिला यादों में बस गया

बाली उमारिया सुनी रे डगरिया - २
जोबन बीता जाए हाय राम
कितने करीब थे सर्द हवा में
ज़ूल्फेन साँवरी बाहों ने थामे
कितने करीब थे सर्द हवा में
ज़ूल्फेन साँवरी बाहों ने थामे
मुझसे रुत ना तेरा
फिर से मेरा मानना
याद करो तुम सजना
मुझ में तेरा सुनना
कैसा था वो वादा कैसी निभा रही हो
तेरे बिन कैसे राहु मैं क्यूँ दूर्र जेया रही हो
तुम वही हो मेरी जान हो वादा किया था मेरी रहोगी
कैसा था वो वादा कैसी निभा रही हो
तेरे बिन कैसे राहु मैं क्यूँ दूर्र जेया रही हो
हमने तुमको जो दिया तुमने भुला दिया
तुमसे हुमको जो मिला यादों में बस गया
कैसा था वो वादा कैसी निभा रही हो
तेरे बिन कैसे राहु मैं क्यूँ दूर्र जेया रही हो
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कंठ आणि आभाळ दाठूनी येती


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कंठ आणि आभाळ दाटून येती
आणि कोसळती ..... सरीवर सरी !

पहिल्या उन्हाची हळद ओली होती
फांदीवर पाने जन्म घेत होती
भवताल त्यांना अजून ठाऊक नव्हता
अशा वेळी आल्या ..... सरीवर सरी !
आणि कोसळल्या ..... सरीवर सरी !

आता कुठे नुकतेच पंख लांब केले
आता कुठे घरट्यातून फांदीवर आले
आभाळ या पिलांचे खूप लांब आहे
अशा वेळी आल्या ..... सरीवर सरी !
आणि कोसळल्या ..... सरीवर सरी !

उधाण आहे आकाश पेलताना
उभ्या जन्माचा पाऊस झेलताना
स्वत:चे स्वत:शी लढणे दिनरात आहे
अशा वेळी आल्या ..... सरीवर सरी !
आणि कोसळल्या ..... सरीवर सरी !
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गीत - गजेंद्र अहिरे
संगीत - भास्कर चंदावरकर
स्वर - शंकर महादेवन, हरिहरन
चित्रपट- सरीवर सरी (२००५)