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काश ऐसा कोई मंजर होता
मेरे कांधे पे तेरा सर होता...||धृ||
जमा करता जो मैन आए हुए संग
सर छुपाने के लिए घर होता
मेरे कांधे पे तेरा सर होता
काश ऐसा कोई मंजर होता... ||१||
इस पलंगदी पे बहुत तन्हा हुं
काश मै सब के बराबर होता
मेरे कांधे पे तेरा सर होता
काश ऐसा कोई मंजर होता.... ||२||
उसने उलझा दिया दुनिया मे मुझे
वर्ना एक और कलंदर होता
मेरे कांधे पे तेरा सर होता
काश ऐसा कोई मंजर होता.... ||३||
____________
शायर : ताहिर फ़राज़
मौसिकार : हरिहरन
फनकार : हरिहरन
मेरे कांधे पे तेरा सर होता...||धृ||
जमा करता जो मैन आए हुए संग
सर छुपाने के लिए घर होता
मेरे कांधे पे तेरा सर होता
काश ऐसा कोई मंजर होता... ||१||
इस पलंगदी पे बहुत तन्हा हुं
काश मै सब के बराबर होता
मेरे कांधे पे तेरा सर होता
काश ऐसा कोई मंजर होता.... ||२||
उसने उलझा दिया दुनिया मे मुझे
वर्ना एक और कलंदर होता
मेरे कांधे पे तेरा सर होता
काश ऐसा कोई मंजर होता.... ||३||
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शायर : ताहिर फ़राज़
मौसिकार : हरिहरन
फनकार : हरिहरन
November 16, 2010 at 6:06:00 AM GMT+5:30
GHAZAL hai ke dill ki Awaz ,.
Kia kehoon ek jadoo hai ..aur chall reha hai ...Mudhur awaz ..nafees sayray ..
thanks 4 the tagged
November 16, 2010 at 12:40:00 PM GMT+5:30
bahut barhiya. thanx abhijeet.
November 16, 2010 at 12:41:00 PM GMT+5:30
sunder chitre,sunder kavita,sunder gayki
November 16, 2010 at 12:44:00 PM GMT+5:30
I AM AMAZED WITH THE GRAPHICS than rest of the things...
DESPITE HAVING SO MUCH OF PAINS, A BEAUTY PRESENTED RELAXES OUR MIND & EYES.
मेरा ये मानना हैं, कि सर छिपाने के लिए दामन और कंधे जरुरत होती हैं.
घरकी नही ...दामन छुट जाए तो घर का क्या... करे..?
THANKS A LOTT ABHI FOR THIS BEAUTIFUL GRAPHICS & TAGS..GREETINGS.
November 16, 2010 at 2:46:00 PM GMT+5:30
मेरा मतलब हैं ...आंचल
November 17, 2010 at 12:07:00 PM GMT+5:30
kya bat hai surekha, Jee mai aata hai tere daman, ko sar zuka ke hum rote rahe.
November 17, 2010 at 12:07:00 PM GMT+5:30
One of the best of Hariharan. Thank you Abhijit ji.
November 17, 2010 at 12:08:00 PM GMT+5:30
GHAZAL DILL PER JADOO KERREHI HAI ,.
BEAUTIFUL LYRICS ,.
AMAZING GRAPHICS,.
KAFFI DIN BAAD GHAZAL SUN,NE KA MAZA Aa GIYA ,.
THANKS 4THE TAGGED ,.
November 23, 2010 at 11:08:00 AM GMT+5:30
Wa kya bat he.. pharach chan kavya ahe.
March 10, 2011 at 7:18:00 PM GMT+5:30
Soothing voice of Hariharan....
May 22, 2011 at 12:03:00 AM GMT+5:30
beautiful colours ...lovely voice...bahut hi pyaari ghaza hae with all deep feelings sung by hariharan.............इस पलंगदी पे बहुत तन्हा हुं
काश मै सब के बराबर होता............
May 22, 2011 at 10:11:00 AM GMT+5:30
काश ऐसा कोई मंज़र होता, मेरे कांधे पे तेरा सर होता
जमा करता जो मैं आए हुए संग,सर छुपाने के लिए घर होता
मेरे काँधे पे तेरा सर होता.... काश ऐसा कोई मंजर होता
...इस बलंदी पे बहुत तन्हा हूं....काश मैं सब के बराबर होता
मेरे कांधे पे तेरा सर होता..काश ऐसा कोई मंज़र होता
उसने उलझा दिया दुनिया में मुझे, वर्ना इक और कलंदर होता
मेरे कांधे पे तेरा सर होता,काश ऐसा कोई मंज़र होता,
मेरे कांधे पे तेरा सर होता
काश ऐसा कोई मंज़र होता....काश
May 22, 2011 at 10:12:00 AM GMT+5:30
SHARING IT
May 22, 2011 at 10:13:00 AM GMT+5:30
nice kavita
May 22, 2011 at 10:27:00 AM GMT+5:30
a good example of Hariharan's mastery in this genre of Ghazal ..
May 22, 2011 at 11:27:00 AM GMT+5:30
very soothing voice ,beautiful ghazal and video !
May 22, 2011 at 11:27:00 AM GMT+5:30
there's another one of Hariharan's masterpieces " maikade bandh karein lakh zaamane waale, shaher mein kam nahi aaknon se pilaane waale.."
May 22, 2011 at 12:04:00 PM GMT+5:30
@Aradhana : thanks ..happy listening, may i also suggest you to listen to Smt. Radhika Chopra, for ghazal rendition in the 'rawayati andaaz' , rooted more in the classical fold..
June 20, 2011 at 2:15:00 PM GMT+5:30
beautiful video and wonderful lyrics!
July 20, 2011 at 12:54:00 PM GMT+5:30
beautiful lyrics !
August 4, 2011 at 4:25:00 PM GMT+5:30
tumare kandhe pe sar rakhe koi ainsa nahi ye koi pyar
August 4, 2011 at 4:26:00 PM GMT+5:30
pahle sir se dendruff to hatalo mere yaar
October 22, 2011 at 5:05:00 PM GMT+5:30
kaaaaaaaassshh !!! koi hota..
October 22, 2011 at 8:52:00 PM GMT+5:30
You have beautiful imagery in your videos. Nice!