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आज भी हैं मेरे कदमोन के निशान आवारा
तेरी गालीयोन मे भटकते थे जहां आवारा
आवारा.... आवारा ....आवारा ....आवारा ....
तुझ से क्या बीछडे तो
ये हो गई अपनी हालत
जैसे हो जाए मे हवओन मे धुवां आवरा
तेरी गालीयोन मे भटके थे जहान आवारा
आज भी हैं मेरे कदमोन के निशान आवारा !! १ C
मेरे शेरोन की थी पहचान उसी के दम से
ऊसको खोकर हुवे बेनामो निशान आवरा
तेरी गालीयोन मी भटकते थे जहान
तेरी गालीयोन मे भटके थे जहान आवारा
आज भी हैं मेरे कदमोन के निशान आवारा !! २ !!
जिसको भी चाहा उसे टुटके चाहा राशीद
कम मिलेंगे तुम्हे हम जैसे यहाँ आवारा
तेरी गालीयोन मी भटकते थे जहान
तेरी गालीयोन मे भटके थे जहान आवारा
आज भी हैं मेरे कदमोन के निशान आवारा !! ३ !!
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मौसिकार : हरिहरन
फनकार : हरिहरन
तेरी गालीयोन मे भटकते थे जहां आवारा
आवारा.... आवारा ....आवारा ....आवारा ....
तुझ से क्या बीछडे तो
ये हो गई अपनी हालत
जैसे हो जाए मे हवओन मे धुवां आवरा
तेरी गालीयोन मे भटके थे जहान आवारा
आज भी हैं मेरे कदमोन के निशान आवारा !! १ C
मेरे शेरोन की थी पहचान उसी के दम से
ऊसको खोकर हुवे बेनामो निशान आवरा
तेरी गालीयोन मी भटकते थे जहान
तेरी गालीयोन मे भटके थे जहान आवारा
आज भी हैं मेरे कदमोन के निशान आवारा !! २ !!
जिसको भी चाहा उसे टुटके चाहा राशीद
कम मिलेंगे तुम्हे हम जैसे यहाँ आवारा
तेरी गालीयोन मी भटकते थे जहान
तेरी गालीयोन मे भटके थे जहान आवारा
आज भी हैं मेरे कदमोन के निशान आवारा !! ३ !!
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मौसिकार : हरिहरन
फनकार : हरिहरन
November 16, 2010 at 1:20:00 AM GMT+5:30
THANKS A LOTT ABHI...
November 16, 2010 at 1:22:00 AM GMT+5:30
Ghazal sunker Ehsaas huva ke sayar ko kiss talakh hakikat ka samna kerna pera ,.
Sayar khud se hi Appna haal biyaan ker reha hai ,..
Ghazal ki Sayray bohut hi umndha hai ,.
Thanks 4 the tagged ,.
November 16, 2010 at 1:22:00 AM GMT+5:30
Graet kalam.....thanks!!!
November 16, 2010 at 1:23:00 AM GMT+5:30
thanks...thanks for sharing........
November 16, 2010 at 6:03:00 AM GMT+5:30
AAP AWARA KUE BANE ? KYA LIFE ME EKHI OBLECTIVE RAHATA HAI ? DONT GET AWARA BY TEMPO REVERSESAND WASTE TIME ON PINING OVER OLD ISSUE SELFPITY IS THE WORST CRIME ONE CAN COMMIT THIS NOT FOR U ABHI BUT WHOEVER THINKS AND BEHAVE LIKE THIS
May 22, 2011 at 10:42:00 AM GMT+5:30
बेहतरीन गजल - ओर गायकी -बधाई
May 22, 2011 at 12:06:00 PM GMT+5:30
achha lagaa.
May 22, 2011 at 12:24:00 PM GMT+5:30
very beautiful!
May 22, 2011 at 11:10:00 PM GMT+5:30
nice composition nice wordings and nice singing
May 24, 2011 at 1:18:00 PM GMT+5:30
wah wah dada.....kaya baat hai
July 19, 2011 at 11:24:00 PM GMT+5:30
LOVELY....DIL KAE KUCH UNTUNED SAE TAAR CHED GAYA KOI....LOVELY...
July 20, 2011 at 11:55:00 AM GMT+5:30
Kadmo ke nishan he galiyo me lagta he ghome the nange paaw] ab kher nahi he aapki kinyoki charcha ho rahi he ganv ganv
August 5, 2011 at 10:40:00 AM GMT+5:30
brelated h.B day