जानें क्यूँ ऐसा लगता हैं....


_____________


चित्रपट : श्रद्धांजलि (१९८०)
गीतकार : अंजान
संगीतकार : हेमंत भोसले
स्वर : आशा भोसले और भूपेंदर सिंह

3 Response to "जानें क्यूँ ऐसा लगता हैं...."

  1. Subhi Abhijeet Dalvi Says:
    May 22, 2012 at 5:00:00 PM GMT+5:30

    सागर किनारे दिल यह पुकारे
    तू जो नहीं तो मेरा कोई नहीं है

    जागे नज़ारे जागी हवाएँ
    जब प्यार जागा जागी फ़िज़ाएं
    पल भर को दिल की दुनिया सोई नहीं है
    सागर किनारे दिल यह पुकारे...

    लहरों पे नाचे किरणों की पारियाँ
    माएईन खोई जैसे सागर में नादिया
    तू ही अकेली तो खोई . है
    सागर किनारे दिल यह पुकारे...

    पोंडिचेरी बीच .........सुन्दर पल अनमोल पल :-)) थैंक्स दब्बू

  2. Neha Munshi Patel Says:
    May 23, 2012 at 9:59:00 AM GMT+5:30

    amazing song....

  3. Zohra Javed Says:
    May 24, 2012 at 10:30:00 AM GMT+5:30

    Taking me to another world....what a divinely serene experience....!!!

Post a Comment