बात निकलेगी तो फिर दूर तलाक़ जाएगी
بات نکلیگی تو پھر دور تلاک جائیگی
लोग बेवजा उदासी का सबब पुच्चेंगे
لوگ بیوجا اُداسی کا سبب پچینگی
यह भी पुच्चेंगे के तुम इतनी परेशहाण क्यूँ हो
یہ بھی پچینگےکےتماتنی پریشہان کیوںھو
उंगलियाँ उठेगी सूखे हुवे बालों की तरफ
اُنگلیاںاُٹھیگی سوکھےھوےبالوںکی ترپھ
एक नज़र देखेंगे गुज़रे हुवे सालों की तरफ
ئیک نظر دکھینگےگجرےھوےسالوںکی ترپھ
चूड़ियो पर भी कई तंज़ किए जाएँगे
چوڑیو پر بھی کئی تنج کئی جائیںگی
काँपते हातहों पे भी फ़िक्र-ए-कसे जाएँगे
کانپتےھاتہوںپےبھی فکر - ئی - کسےجائیںگی
लोग ज़ालिम है हर इक बात का ताना देंगे
جالم ہے ھراک بات کا تانا دنگی
बातों बातों मे मेरा ज़िक्र भी ले आएँगे
باتوںباتوںمیں میرا جکر بھی لےآئیںگی
उनकी बातों का ज़रा सा भी असर मत लेना
اُنکی باتوںکا زرا سا بھی اثر مت لینا
वरना चेहेरे के तासूर से समाज जाएँगे
ورنا چیہیرےکےتاسور سےسماج جائیںگی
चाहे कुच्छ भी हो सावालात ना करना उनसे
چاہےکچچھ بھی ھو ساوالات نا کرنا اُنسی
मेरे बारे मे कोई बात ना करना उनसे
میرےبارےمیں کوئی بات نا کرنا اُنسی
बात निकलेगी तो दूर तलाक़ जाएगी
بات نکلیگی تو دور تلاک جائیگی
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नज़्म निगार : कफील अज़र
نجم نگار : کپھیل اَجر
संगीत : जगजीत सिंग
سنگیت : جگجیت سنگ
गायक : जगजीत सिंग
گایک : جگجیت سنگ
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जब आँचल रात का लहराए,
और सारा आलम सो जाए,
तुम मुझसे मिलने, समा जलाकर,
ताजमहल में आ जाना.
तुम मुझसे मिलने, समा जलाकर,
ताजमहल में आ जाना,
जब आँचल रात का लहराए..
यह ताजमहल ज़ो चाहत की,
आँखों का सुनहेरा मोटी है,
हर रात जहाँ दो रूहों की,
खामोशी ज़िंदा होती है,
इस ताज के साए में आकर तुम,
गीत वफ़ा का दोहराना.
तुम मुझसे मिलने, समा जलाकर,
ताजमहल में आ जाना,
जब आँचल रात का लहराए..
तन्हाई है जागी-जागी सी,
माहौल है सोया-सोया हुआ,
जैसे के तुम्हारे ख्वाबों में,
खुद ताजमहल हो खोया हुआ,
हो, ताजमहल का ख्वाब तुम्ही,
यह राज़ ना मैने पहचाना.
तुम मुझसे मिलने, समा जलाकर,
ताजमहल में आ जाना,
जब आँचल रात का लहराए..
जो मौत मोहब्बत में आए,
वो जान से बढ़कर प्यारी है,
दो प्यार भरे दिल रोशन हैं,
वो रात बहुत अंधियारी है,
तुम रात के इस आँधियरे में,
बस एक झलक दिखला जाना,
तुम मुझसे मिलने, समा जलाकर,
ताजमहल में आ जाना,
जब आँचल रात का लहराए..
जब आँचल रात का लहराए,
और सारा आलम सो जाए,
तुम मुझसे मिलने, समा जलाकर,
ताजमहल में आ जाना.
तुम मुझसे मिलने, समा जलाकर,
ताजमहल में आ जाना,
तुम ताजमहल में आ जाना.