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कभी मैं कहू कभी तुम कहो


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यह क्या हो गया ?

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सपना मेरा सॅचा हो गया
कभी मैं कहूँ, कभी तुम कहो
के मैने तुम्हे यह दिल दे दिया

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कभी मैं सुनूँ, कभी तुम सुनो
के मैने तुम्हे यह दिल दे दिया

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कभी मैं कहूँ, कभी तुम कहो
के मैने तुम्हे यह दिल दे दिया
पास पास हम साथ साथ यूँ बैठे रहे
एक दूसरे से यही कहते रहे

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पास पास हम साथ साथ यूँ बैठे रहे
एक दूसरे से यही कहते रहे

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कभी मैं कहूँ, कभी तुम कहो
के मैने तुम्हे यह दिल दे दिया

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कभी मैं सुनूँ, कभी तुम सुनो
के मैने तुम्हे यह दिल दे दिया

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चलते रहे, उड़ते रहे, हम बहते रहे

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एक दूसरे से यही कहते रहे

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कभी मैं कहूँ, कभी तुम कहो
के मैने तुम्हे यह दिल दे दिया

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कभी मैं सुनूँ, कभी तुम सुनो
के मैने तुम्हे यह दिल दे दिया

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दर्द-ए-दिल, दर्द-ए-जिगर हम सहते रहे
एक दूसरे से यही कहते रहे

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दर्द-ए-दिल, दर्द-ए-जिगर हम सहते रहे
एक दूसरे से यही कहते रहे

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कभी मैं कहूँ, कभी तुम कहो
के मैने तुम्हे यह दिल दे दिया

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कभी मैं सुनूँ, कभी तुम सुनो
के मैने तुम्हे यह दिल दे दिया

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के मैने तुम्हे यह दिल दे दिया

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के मैने तुम्हे यह दिल दे दिया

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के मैने तुम्हे यह दिल दे दिया
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संगीतकार : शिव - हरी
स्वर : लता मंगेशकर और हरिहरन