____________
दिल क्या करे जब किसी से, किसी को प्यार हो जाएँ
जाने कहा कब किसी को, किसी से प्यार हो जाये
उँची उँची दीवारों सी, इस दुनियाँ की रस्मे
ना कुच्छ तेरे बस में ज्यूली, ना कुच्छ मेरे बस मे
जैसे परबत पे, घटा झुकती हैं
जैसे सागर से, लहर उठती हैं
किसी चेहरे पे, निगाह रुकती हैं
रोक नहीं सकती नज़रों को दुनियाँ भर की रस्में
आ मैं तेरी याद में, सब को भूला दू
दुनिया को तेरी तसवीर बना दू
मेरा बस चले तो दिल चीर के दिखा दू
दौड़ रहा हैं साथ लहू के, प्यार तेरा नस नस में
________________
स्वर : किशोर कुमार
7 Comments
