ज़िंदगी में जब तुम्हारे गम नही थे
इतने तन्हा थे की हम भी हम नही थे
वक़्त पर जो लोग काम आए हैं अक्सर
अजनबी थे, वो मेरे हमदम नही थे
बेसबब था तेरा मिलना रहगुज़ार में
हादसे हर मोड़ पर कुछ कम नही थे
हमने ख्वाबो में खुदा बनकर भी देखा
आप थे, बाहों में दो आलम नही थे
सामने दीवार थी खुद्दारियों की
वरना रास्ते प्यार के पूराकम नही थे
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स्वर :
भूपेंडर सिंग और अनुराधा पौडवाल