Showing posts with label Hemlata. Show all posts
Showing posts with label Hemlata. Show all posts

कहाँ से आएँ बदरा


______________


कहाँ से आए बदरा
घुलता जाए कजरा
कहाँ से आए बदरा
घुलता जाए कजरा

पलकों के सतरंगी दीपक
बन बैठे आँसू की झालर
मोटी का अनमोलक हीरा
मिट्टी मे जेया फिसला
कहाँ से आए बदरा

नींद पिया के संग सिधारी
सपनों की सुखी फुलवारी
अमृत होठों तक आते ही
जैसे विष में बदला
कहाँ से आए बदरा

उतरे मेघ या फिर छ्चाए
निर्दे झोंके अगाना बढ़ाए
बरसे हैं अब तोसे सावन
रोए मान है पागला
कहाँ से आए कहाँ से आए बद्रा
घुलता जाए कजरा
कहाँ से आए बदरा
घुलता जाए कजरा

पलकों के सतरंगी दीपक
बन बैठे आँसू की झालर
मोटी का अनमोलक हीरा
मिट्टी मे जेया फिसला
कहाँ से आए बदरा

नींद पिया के संग सिधारी
सपनों की सुखी फुलवारी
अमृत होठों तक आते ही
जैसे विष में बदला
कहाँ से आए बदरा

उतरे मेघ या फिर छ्चाए
निर्दे झोंके अगाना बढ़ाए
बरसे हैं अब तोसे सावन
रोए मान है पागला
कहाँ से आए बदरा

______________


स्वर : येसुदास और हेमलता