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सोचा था मैंने तो ऐ जान मेरी


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सोचा था मैंने तो ऐ जान मेरी
मोतियों से भर दूँगा माँग तेरी
पर कुछ ना तुझे दे सका
एक मजबूर दिल के सिवा हूँ
तड़पे दिल पलकों के पीछे कितने महल ख़ाबों के लिये \-२
खुलते कभी तो महलों के दर जलते कभी अरमाँ के दिये
तू हँसती एक गुल की तरह
मैं गाता बुलबुल की तरह हूँ

सोचा था मैंने तो ऐ जान मेरी
मोतियों से भर दूँगा माँग तेरी
कब चाहा पर्बत बन जाना देता है जो सदियों का पता \-२
चाहूँ बस एक पल का तराना बन के किसी गुँचे की सदा
खिल जाता एक पल ही सही
धूल का फिर आँचल ही सही हूँ

सोचा था मैंने तो ऐ जान मेरी
मोतियों से भर दूँगा माँग तेरी
फिर भी इस जलते सीने में अब तो यही अरमान पले \-२
चाँदी के सोने के ख़ज़ाने रख दूँ तेरे क़दमों के तले
उठता है तूफ़ान उठे
लुटती है तो जान लुटे हूँ
:आशा भोसले:  
जान-ए-मन तू अकेला नहीं
मैं तेरे साथ हूँ और सिर्फ़ तेरे साथ
:
दो:
हूँ
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चित्रपाट : चाँदी सोना
गीतकार : मजरूह सुल्तान पूरी
संगीतकार : राहुल देव बर्मन
स्वर : किशोर कुमार और आशा भोसले

सागर जैसी आँखों वाली ये तो बता तेरा नाम है क्या

 
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हो, चेहरा है या चाँद खिला है
ज़ुलफ घानेरी शाम है क्या
सागर जैसी आँखों वाली
ये तो बता तेरा नाम है क्या

तू क्या जाने तेरी खातिर
कितना है बेताब ये दिल
तू क्या जाने देख रहा है
कैसे कैसे ख्वाब ये दिल
दिल कहता है तू है यहाँ तो
जाता लम्हा थम जाए
वक़्त का दरिया बहते बहते
इस मंज़र में जाम जाए
तूने दीवाना दिल को बनाया
इस दिल पर इल्ज़ाम है क्या
सागर जैसी आँखों वाली
ये तो बता तेरा नाम है क्या...

हो, आज माएईन तुझसे डोर सही
और तू मुझसे अंजान सही
तेरा साथ नहीं पऔन तो
खैर तेरा अरमान सही
ये अरमान हैं शोर नहीं हो
खामोशी के मेले हों
इस दुनिया में कोई नहीं हो
हम दोनो ही अकेले हों
तेरे सपने देख रहा हून
और मेरा अब काम है क्या
सागर जैसी आँखों वाली
ये तो बता तेरा नाम है क्या...
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स्वर : किशोर कुमार

सागर (१९८५)


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Raja, a fisherman is secretly in love with Mona. When wealthy Ravi comes to live with his grandmother, Kamladevi, he sees Mona and falls in love with her. Mona also reciprocates his love. Raja is devastated by this turn of events. But when Kamladevi gets to know that Ravi is seeing Mona, she puts pressure on Mona to give up Ravi and marry someone else.

सब कुच्छ गोल माल है


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गोल माल है भाई सब गोल माल है
अरे गोल माल है भाई सब गोल माल है
हर सीधे रास्ते की एक टेढ़ी चाल है
सीधे रास्ते की एक टेढ़ी चाल है
गोल माल है भाई सब गोल माल है
गोल माल गोल माल है
गोल माल है सब गोल माल है

भूख रोटी की हो तो पैसा कमाइए
पैसा कमाने के लिए भी पैसा चाहिए
माँगे से ना मिले तो पसीना बहाना चाहिए
बहता है जब पसीना तो रुमाल चाहिए

हो गोल माल है भाई सब गोल माल है
गोल माल गोल माल है
गोल माल है भाई सब गोल माल है
हर सीधे रास्ते की एक टेढ़ी चाल है
सीधे रास्ते की एक टेढ़ी चाल है
गोल माल है भाई सब गोल माल है
गोल माल गोल माल है
गोल माल है सब गोल माल है

रुमाल बन गया भी गर कमीज़ फाड़ कर
कमीज़ के लिए भी तो फिर कपड़ा चाहिए
अरे कपड़ा किसी ने दान ही मे दे दिया चलो
दर्ज़ी के पास जेया के वो पहले सिला_इए

हो गोल माल है भाई सब गोल माल है
गोल माल गोल माल है
गोल माल है भाई सब गोल माल है
हे हे हे हे
हर सीधे रास्ते की एक टेढ़ी चाल है
सीधे रास्ते की एक टेढ़ी चाल है
गोल माल है भाई सब गोल माल है
गोल माल गोल माल गोल माल गोल
गोल माल है सब गोल माल है

बिन सीलि कमीज़ पे तो कुच्छ नही लिया
सीलि हू_ई कमीज़ पे सिला_ई चाहिए
सिला_ई देने के लिए फिर पैसा चाहिए
पैसा कमाने के लिए फिर पैसा चाहिए

हो गोल माल है भाई सब गोल माल है
गोल माल गोल माल
गोल माल है भाई सब गोल माल है
हे हे हे हे
हर सीधे रास्ते की एक टेढ़ी चाल है
सीधे रास्ते की एक टेढ़ी चाल है
गोल माल है भाई सब गोल माल है
गोल माल माल गोल गोल गोल गोल
गोल माल है सब गोल माल है
गोल
माल
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स्वर / संगीत : राहुल देव बर्मन

भीनी भीनी भोर आइ

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भिनी भिनी भोर भोर आयी
भिनी भिनी भोर भोर आयी
रूप रूप पर छिडके सोना
स्वर्ण कलश चमकाती आयी आयी
भिनी भिनी भोर भोर आयी .........!! धृ !!

माथे सुनहरी टीका लगाये
आ आ आ आ आ आ .........
माथे सुनहरी टीका लगाये
बात बात पर गोटा लगाये लगाये
गोटा लगाई लगाई
आ आ आ आ आ आ आ आ
सात रंग कि जाई आयी आई
भिनी भिनी भोर भोर आई.......... !! १ !!

ओस धुले मुख पोछे सारे
आ आ .....आ आ ............
ओस धुले मुख पोछे सारे
आंगन लेत गई उजियारे
उजियारे उजियारे
सा रे ग मा धा नि......
जागो जगर की बेला आयी आयी
भिनी भिनी भोर आई... भोर आई .......!! २ !!

भिनी भिनी भोर आई.... भोर आई
रूप रूप पर छिडके सोना
रूप रूप पर छिडके सोना
स्वर्ण कलश चमकाती आई आई
भिनी भिनी भोर भोर आई
भिनी भिनी भोर भिनी आई......... ..!! ३ !!
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गीत : गुलज़ार
संगीत : पंचम दा (आर.डी. बर्मन)
स्वर : आशा भोसले