18 Comments
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Every night in my dreams
I see you, I feel you
That is how I know you go on.
Far across the distance
and spaces between us
You have come to show you go on.
Near, Far,
wherever you are,
I believe that the heart does go on.
Once more, you opened the door
And you're here in my heart,
and my heart will go on and on.
Love can touch us one time
and last for a lifetime
And never let go till we're gone.
Love was when I loved you,
one true time to hold on to
In my life we'll always go on.
Near, far,
wherever you are,
I believe that the heart does go on.
Once more, you opened the door
And you're here in my heart,
and my heart will go on and on.
You're here, there's nothing I fear
And I know that my heart will go on.
We'll stay, forever this way
You are safe in my heart
and my heart will go on and on
I see you, I feel you
That is how I know you go on.
Far across the distance
and spaces between us
You have come to show you go on.
Near, Far,
wherever you are,
I believe that the heart does go on.
Once more, you opened the door
And you're here in my heart,
and my heart will go on and on.
Love can touch us one time
and last for a lifetime
And never let go till we're gone.
Love was when I loved you,
one true time to hold on to
In my life we'll always go on.
Near, far,
wherever you are,
I believe that the heart does go on.
Once more, you opened the door
And you're here in my heart,
and my heart will go on and on.
You're here, there's nothing I fear
And I know that my heart will go on.
We'll stay, forever this way
You are safe in my heart
and my heart will go on and on
Posted by
A+S ,
Labels:
Baalgeet
,
Kiran Pradhan
,
Mangesh Padgaonkar
,
Marathi
,
8/08/2012 03:06:00 PM
Posted by
A+S ,
Labels:
Krushna Kale
,
Marathi
,
Marathi Bhaavgeet
,
Suresh Bhat
,
8/08/2012 12:14:00 PM
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चंद्र अर्धा राहिला, रात्र अर्धी राहीली
भेट अर्धी, गीत अर्धे, प्रित अर्धी रहिली
मोकळे बोलु कसे मी, शब्द पाठी थांबले
लाजऱ्या डोळ्यात माझ्या चित्र अर्धे देखीले
ओठ अर्धे विलगले, अर्ध उमलली पाकळी
चंद्र अर्धा..............
बिलगुनी रमल्या तरुंशी, पेंगलेल्या सावल्या
तो निळा एकांत तेथे भावना भारावल्या
धुंद झाल्या दशदिशा, रात्र ही उल्हासली
चंद्र अर्धा............
वाकले आकाश खाली, दुर त्या क्षीतिजावरी
चांद्णे धुंडित वारा पोहला वेलीवरी
भेट झाल्या श्रुष्टी ही , अर्ध झुकली रात्र ही
चंद्र अर्धा..........
________________
गीत : सुरेश भट
स्वर : कृष्णा कल्ले
भेट अर्धी, गीत अर्धे, प्रित अर्धी रहिली
मोकळे बोलु कसे मी, शब्द पाठी थांबले
लाजऱ्या डोळ्यात माझ्या चित्र अर्धे देखीले
ओठ अर्धे विलगले, अर्ध उमलली पाकळी
चंद्र अर्धा..............
बिलगुनी रमल्या तरुंशी, पेंगलेल्या सावल्या
तो निळा एकांत तेथे भावना भारावल्या
धुंद झाल्या दशदिशा, रात्र ही उल्हासली
चंद्र अर्धा............
वाकले आकाश खाली, दुर त्या क्षीतिजावरी
चांद्णे धुंडित वारा पोहला वेलीवरी
भेट झाल्या श्रुष्टी ही , अर्ध झुकली रात्र ही
चंद्र अर्धा..........
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गीत : सुरेश भट
स्वर : कृष्णा कल्ले
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रफ़्ता रफ़्ता वो मेरी हस्ती का सामा हो गये
पहले जान फिर जान-ए-जान फिर जान-ए-जाना हो गये
Rafta: Slowly
Hasti: Being, Existence, Life
Saamaan: Articles, Apparatus, Baggage, Custom, Equipment, Luggage, Power, Understanding, Ware
Jaan: Beloved, Life, Mind, Sweetheart, Soul, Vigor, Zing
Jaan-e-Jaan: Love of my life
Jaan-e-Jaanaan: Beloved, Dear One, Sweetheart
दिन-बा-दिन बढ़ती गयी इस हुश्न की रानयीयाण
फेले गुल फिर गुल बदन फिर गुल बादामा हो गये
Din-ba-din: Day by day, day after day, every day, daily, from day to day
Raanaaii: Beauty
Gul: Rose, Flower, Ornament, Brand
Gul-badan: Delicate, Gracefu
Gul-badaamaa: almond blossom (possible a very delicate/attractive flower?)
आप तो नज़दीक से नज़दीक तार आते गये
पहले दिल फिर दिलरुबा फिर दिल के मेह्माण हो गये
Nazdeek: Near
Tar: Fresh, Humid, Moist, Wet
Dilruba: Alluring, Fascinating, Sweetheart
Mehmaan: Guest, Occupant
प्यार जब हद से बढ सारे तकल्लूफ मिट गये
आप से फिर तुम हुए फिर तू का उन्वाण हो गये
Hadh: Boundary, Limit, Very, At Most, Utmost Point
Takalluf: Etiquette, Formality, Luxury,Manners
Unwaan: Form, Headline, Label, Legend, Preface, Start Of Chapter, Title
__________________
शायर : तसलीं फ़ाज़ली
फनकार : मेहदी हॅसन
पहले जान फिर जान-ए-जान फिर जान-ए-जाना हो गये
Rafta: Slowly
Hasti: Being, Existence, Life
Saamaan: Articles, Apparatus, Baggage, Custom, Equipment, Luggage, Power, Understanding, Ware
Jaan: Beloved, Life, Mind, Sweetheart, Soul, Vigor, Zing
Jaan-e-Jaan: Love of my life
Jaan-e-Jaanaan: Beloved, Dear One, Sweetheart
दिन-बा-दिन बढ़ती गयी इस हुश्न की रानयीयाण
फेले गुल फिर गुल बदन फिर गुल बादामा हो गये
Din-ba-din: Day by day, day after day, every day, daily, from day to day
Raanaaii: Beauty
Gul: Rose, Flower, Ornament, Brand
Gul-badan: Delicate, Gracefu
Gul-badaamaa: almond blossom (possible a very delicate/attractive flower?)
आप तो नज़दीक से नज़दीक तार आते गये
पहले दिल फिर दिलरुबा फिर दिल के मेह्माण हो गये
Nazdeek: Near
Tar: Fresh, Humid, Moist, Wet
Dilruba: Alluring, Fascinating, Sweetheart
Mehmaan: Guest, Occupant
प्यार जब हद से बढ सारे तकल्लूफ मिट गये
आप से फिर तुम हुए फिर तू का उन्वाण हो गये
Hadh: Boundary, Limit, Very, At Most, Utmost Point
Takalluf: Etiquette, Formality, Luxury,Manners
Unwaan: Form, Headline, Label, Legend, Preface, Start Of Chapter, Title
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शायर : तसलीं फ़ाज़ली
फनकार : मेहदी हॅसन
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तुमने सूली पे लटकते जिसे देखा होगा,
वक्त आएगा वही शक्स मसीहा होगा
ख्वाब देखा था के सेकर में बसेरा होगा,
क्या खबर थी की यही ख्वाब तो सच्चा होगा
मैं फ़िज़ाओं में बिखर जाऊँगा खुशबू बनकर,
रंग होगा न बदन होगा न चेहरा होगा
_________________
मौसिकार : जगजीत सिंघ
फनकार : जगजीत सिंघ
तुमने सूली पे लटकते जिसे देखा होगा,
वक्त आएगा वही शक्स मसीहा होगा
ख्वाब देखा था के सेकर में बसेरा होगा,
क्या खबर थी की यही ख्वाब तो सच्चा होगा
मैं फ़िज़ाओं में बिखर जाऊँगा खुशबू बनकर,
रंग होगा न बदन होगा न चेहरा होगा
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मौसिकार : जगजीत सिंघ
फनकार : जगजीत सिंघ
Posted by
A+S ,
Labels:
Chitra Singh
,
Fankaar
,
Ghazals
,
Jagjit Singh
,
Mousikaar
,
8/06/2012 04:23:00 PM
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ये करे और वो करेऐसा करे वैसा करे,
जिंदगी दो दिन कि हैं दो दिन मैं हम क्या क्या करे
जी में आता हैं की दे पर्दे का जवाब,
हम से वो परदा करें दुनियाँ से हम परदा करें
सुन रहा हूँ कुछ लुटेरे आ गायें हैं शेहेर मैं,
आप जल्दी बाँध अपने घर का दरवाजा करे
इस पुरानी बेवफ़ा दुनियाँ का रोना कब तलक,
आईने मिल-जुल के इस दुनियाँ नया पैदा करे
__________________
शायर : शकेब जलाली
मौसिकार : जगजीत सिंघ
फनकार : जगजीत सिंघ और चित्र सिंघ
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